
रायगढ़ : मिली जानकारी के अनुसार रायपुर के अख़बार में छपी एक समाचार के की माने तो रविवार को प्रदेश कांग्रेस कार्य समिति विस्तार में में निर्णय लिया गया की कांग्रेस पार्टी के द्वारा इस बार विधानसभा चुनाव में विधायक दावेदारी को लेकर घोषणा किया गया है कि विधायक की दावेदारी करने से पहले दावेदारों को यह देखना पड़ेगा की क्षेत्र के जनप्रतिनिधि होने के साथ ही साथ भविष्य में एक बार ही सही अध्यक्ष या सरपंच या फिर पार्षद का का होना अनिवार्य है रायगढ़ विधानसभा सहित लैलूंगा विधानसभा के ऐसे दावेदार हैं जिनका सरपंच पार्षद या अध्यक्ष से दूर-दूर तक कोई वास्ता नहीं पड़ा है वह लोग भी इस बार के विधानसभा चुनाव में दावेदारी कर बहती गंगा में हाथ धोने का काम कर रहे हैं या फिर यूं कहे की ऐसे कई लोग हैं जो अपने ही पार्टी के ऊपर दावेदारी कर दबाव डालने की कोशिश कर रहे हैं बात करें रायगढ़ और लैलूंगा विधानसभा की तो लगभग लगभग दो दर्जन के करीब विधानसभा चुनाव में विधायक के दावेदारी पेश किए हैं जिसमे डेढ़ दर्जन से ऐसे ज्यादा लोग है जो अपने क्षेत्र के पार्षद या सरपंच या अध्यक्ष नहीं बने हैं प्रदेश कांग्रेस के इस घोषणा से उनके अरमानों पर पानी पड़ता नजर आ रहा है या कई ऐसे लोग भी है जिनको रात को नींद ही नहीं आएगी क्योंकि हम इस लिए लिख रहे है क्योंकि ऐसे लोग अपने आपको सपनों में ही सही विधायक बनते देख रहे थे
मिडिया में क्या प्रकाशित किया गया
राजनीति में ग्रेजुएशन की डिग्री लेने के लिए स्कूली शिक्षा भी बहुत जरूरी है बहुत से नेट बिना कोई चुनाव लड़े या जीते सीधे विधायक बनने का सपना देख रहे हैं विधायक बनने से पहले जनप्रतिनिधि के रूप में कम से कम एक बार सरपंच अध्यक्ष या पार्षद होना चाहिए रविवार को प्रदेश कार्य समिति की विस्तारित बैठक में कार्यकर्ताओं और टिकट के दावेदारों को यह स्पष्ट संदेश दिया गया यह भी कहा गया है कि खुद को अपने का कुछ ना कुछ आधार तो होना ही चाहिए चुनाव में उतर कर ही खुद का सही आकलन किया जा सकता है वरिष्ठ नेताओं ने यह भी स्पष्ट कर दिया की पार्टी के सर्वे में जिनके जीतने की संभावना सबसे अधिक है उन्हें मौका किया जाएगा कांग्रेस जल्द ही विधानसभा के प्रत्याशियों की लिस्ट जारी करने वाली है प्रदेश की 90 विधानसभा सीटों के लिए 2789 आवेदन आए हैं इनमें से 90 को ही टिकट मिलेगी प्रदेश कांग्रेस कमेटी और चुनाव समिति के पदाधिकारी ने असंतुष्टों को दुष्ट करने की जिम्मेदारी मनोनीत महामंत्री संयुक्त सचिव जिला लोकसभा और संभाग की वरिष्ठ लोगों को दी है इन्हें एक माह में 10 दिन विधानसभा क्षेत्र में जाकर ग्राउंड पर काम करना होगा यह कार्यकर्ताओं और प्रत्याशियों को समर्पित होकर पार्टी हित में काम करने के लिए प्रेरित करेंगे।